शोभना यक्षिणी : भोग और कामना पूर्ति करने वाली. इसके द्वारा अपने नकारात्मक मानसिक स्थितिओं से बहार आ सकते हैं. इस साधना के द्वारा अपने पसंद के व्यक्ति से विवाह किया जाता है. सुरसुन्दरी यक्षिणी : धन और दीर्घायु की पूर्ति हेतु. इसलिए जब आप एक शालिग्राम रखना चाहें, तो https://zanderulbqg.digitollblog.com/32155843/how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai-an-overview