अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते। मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। भीम रुप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे॥ मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। साधु सन्त के तुम रखवारे। असुर निकन्दन राम दुलारे॥ दुर्गम काज जगत के जेते। सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥ You happen to be golden coloured; you happen to be https://dietrichb074npq2.blog-eye.com/35725196/about-hanuman-chalisa