भोजन – मध्याह्न में दूध , चाय , फलाहार आदि तथा रात्रि में हविष्यान्न। (केसरिया खीर ,बेसन के लड्डू , बुंदिया पूड़ी आदि ) ग्रहण करें। वह अपने भक्तों को शक्ति और सिद्दि देती हैं तथा सभी ईच्छाओं की पूर्ति करती हैं,जैसा-कि उन्होने अपने भक्त ‘कल्पतरू’ को दिए A bījamantra https://brooks50516.thelateblog.com/36095077/how-much-you-need-to-expect-you-ll-pay-for-a-good-baglamukhi